Tuesday, October 19, 2010

चलो बदल कर देखें

सुबह होती है,
दोपहर होती है,
शाम होती है,
रात होती है,
चलो बदल कर देखें !
क्रम को उलट कर देखें!
सुबह रात है,
दोपहर सुबह है,
शाम दोपहर है,
रात शाम है,
मजे की बात देखें,
नया एहसास देखें,
सुबह उनीदी है,
दोपहर ऊंघती है,
शाम रोती है,
रात सवरती है,
बदलाव को देखें,
उत्पन्न रोमांच को देखें,
क्या लगता है आपको ?
अब भी,
चलो बदल कर देखें !

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