Saturday, July 9, 2011

धड़कते दिल का शोर


होती है जब बारिश
मन मचल ही जाता है
प्यार की फुहार से
मन भीग ही जाता है
भीगे हैं हम कितनी बार
...साथ-साथ
न वो शर्मिंदा हैं
न हम शर्मिंदा हैं
ये एहसास अब तक जिन्दा हैं
मिलते तो हम रोज़ थे
पर यादें चुनिन्दा हैं
तेज बारिश के शोर में
हम चलते रहे
पर धड़कते दिल का शोर
अब तक जिन्दा है

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